सार
विस्तार
अमेरिका में दर्जनों कंपनियों के पास मौजूद 3.80 करोड़ लोगों का निजी डाटा इंटरनेट पर लीक हुआ है। यह लीक माइक्रोसॉफ्ट के एक प्लेटफॉर्म की सेटिंग में हुए गलत कंफीग्रेशन की वजह से हुआ। इसकी चपेट में कई कंपनियां आई हैं, जिनकी संख्या अब तक 47 आंकी जा रही है।
यह खुलासा करने वाली साइबर सुरक्षा कंपनी अपगार्ड के अनुसार अमेरिकन एयरलाइंस, फोर्ड कार कंपनी, मैरीलैंड स्वास्थ्य विभाग, न्यूयॉर्क सिटी का नगरीय परिवहन प्राधिकरण, शिक्षा विभाग और स्कूल आदि इसकी चपेट में प्रमुख रूप से आए हैं।
इनसे जुड़े 3.80 करोड़ लोगों के नाम, फोन नंबर, जन्मतिथि, पते, सामाजिक सुरक्षा नंबर, कोविड-19 टीकाकरण व जांच, एयरलाइन से की गई यात्राएं व बुकिंग, लोन पर ली कारों, कंपनी द्वारा करवाए कर्मचारियों के ड्रग टेस्ट तक का डाटा लीक में शामिल है।
24 मई से यह लीक सामने आने शुरू हुए, जिसके बाद अपगार्ड कंपनी ने सुरक्षा ऑडिट करवाई। साथ ही माइक्रोसॉफ्ट और प्रभावित कंपनियों को भी जानकारी दी। इसके बाद लीक को रोका गया। हालांकि तब तक काफी डाटा ऑनलाइन उपलब्ध था। अभी यह सामने नहीं आया कि इस लीक से किन लोगों और संस्थानों को नुकसान हुआ है।
यह खुलासा करने वाली साइबर सुरक्षा कंपनी अपगार्ड के अनुसार अमेरिकन एयरलाइंस, फोर्ड कार कंपनी, मैरीलैंड स्वास्थ्य विभाग, न्यूयॉर्क सिटी का नगरीय परिवहन प्राधिकरण, शिक्षा विभाग और स्कूल आदि इसकी चपेट में प्रमुख रूप से आए हैं।
इनसे जुड़े 3.80 करोड़ लोगों के नाम, फोन नंबर, जन्मतिथि, पते, सामाजिक सुरक्षा नंबर, कोविड-19 टीकाकरण व जांच, एयरलाइन से की गई यात्राएं व बुकिंग, लोन पर ली कारों, कंपनी द्वारा करवाए कर्मचारियों के ड्रग टेस्ट तक का डाटा लीक में शामिल है।
24 मई से यह लीक सामने आने शुरू हुए, जिसके बाद अपगार्ड कंपनी ने सुरक्षा ऑडिट करवाई। साथ ही माइक्रोसॉफ्ट और प्रभावित कंपनियों को भी जानकारी दी। इसके बाद लीक को रोका गया। हालांकि तब तक काफी डाटा ऑनलाइन उपलब्ध था। अभी यह सामने नहीं आया कि इस लीक से किन लोगों और संस्थानों को नुकसान हुआ है।